Friday 14 April 2017

जय जीवदानी, जय हनुमान, जय श्री कृष्ण, जय गुरुदेव...
आपके साथ बाँटूंगी अपने कुछ ऐसे पल जिसमें भगवान है ऐसी अनुभूति हो-

निवेदन - भगवान है...

चर्चा होती रहती है - भगवान पर भरोसा करो, कोई कहता है, हे भगवान तूने अच्छा नहीं किया, भगवान से भरोसा उठ गया, भगवान बहरा हो गया है, तो कभी भगवान सब देख रहा है, भगवान से डरो, भगवान के घर में देर है.. अँधेर नहीं, भगवान जो करता है ठीक करता है, भगवान ने ठीक ही किया, भगवान के न्याय से डरो और फिर कभी अंत में भगवान को प्यारा हो गया।

सुबह शाम भगवान की प्रार्थना, कभी दुआ कभी सज़दे, तो कभी भगवान को लालच देना, हे भगवान मेरा यह काम कर दे, मैं हलवा चढ़ाऊँगी, मैं ग्यारह रूपये का प्रसाद चढ़ाऊँगी, तो कभी बड़ा लालच, मैं आपको सोने की छत्र चढ़ाऊंगा, आपका मंदिर बनवाऊंगा।

अवघड़ मत की पराकाष्ठा भी सुनो. मैं दंडवत कर, करके तेरे द्वार पहुंचूंगा, मैं नंगे पैर चल कर आऊंगा, मेरी मनोकामना पूरी होने पर सवा लाख जाप कराऊंगा।

हे भगवान तेरे चर्चे इतने, पर तू है क्या, ये बैठ कर चिंतन करने की परवाह किसको है? आत्मचिंतन मुझे मेरे गुरु का दिया हुआ प्रसाद है. मेरी माँ की आस्था, मेरी माँ के तपोबल से मुझमें प्रवाहित हुयी है और भगवान् की अनुभूति मेरे कष्टों में किये हुए आत्मचिंतन की पराकाष्ठा, जिसे मैंने मैडिटेशन का नाम दिया, अनोखा, अनूठा, आनंदमय एहसास। जिसने कितने अजीब हादसों के बीच मेरे कई पलों को ज़िंदा रखा. यक़ीन कीजिये, कई सोम रसों और नशों में जो नशा न था, वो नशा, ईश्वर की अनुभूति में है, और कहीं भी नहीं, किसी वस्तु किसी हादसे, किसी उपलब्धि में नहीं, वो आपसे बांटना चाहती हूँ, कोई कहता है ये बातें गुप्त रखना चाहिए। बताने से अपनी शक्तियां क्षीण हो जाती हैं लेकिन संसार में कितने उदाहरण हैं, ईश्वर प्राप्ति के, सभी, किसी न किसी ने विदित किये होंगे, तभी जन-साधारण में बात फैली और लोगों में विश्वास उठा। तो निश्चित ही यह एक सद्कार्य है।

प्रस्तुत है "भगवान् है", क्यूंकि उसने कभी आठ हाथ लेकर दर्शन नहीं दिए थे, बल्कि चौंका देने वाले, सिहरा देने वाले प्रत्यक्षित किये। भरोसा पहले कभी टूटता था, अब अटूट है। कुछ अच्छा होता है, कुछ बुरा होता है, लेकिन परिणाम कहता है - कामिनी---

"ये न होता तो वो न होता - वो न होता तो ये न होता, कि अब जो होगा सही होगा - आइये अनुभूतियों की लड़ियाँ बिखेर देती हूँ---
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तो लीजिये प्रस्तुत है भगवान है- आप भी अपने अनुभव share कीजिये-
आज के बाद हम आपसे भगवान है का एक-एक अंश शेयर करेंगे
please like कीजिये, पढ़िए, सुनिए, सुनाइए भगवान् है- 

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